ads

Saturday, March 11, 2023

The disease is fatal in children यह बीमारी होती है बच्चो में घातक


बीमारी दिनों दिन बच्चों के लिए घातक साबित हो रही है

 दोस्तों बच्चों में कम नींद के कारण मानसिक तनाव बढ़  रह है यह बीमारी दिनों दिन बच्चों के लिए घातक साबित हो रही है एक रिपोर्ट में बताया गया है कि कम नींद से हमारे देश के बच्चे काफी तनाव में रहते हैं जिससे उनकी याददाश्त शक्ति में काफी प्रभाव पड़ता  है और  उनके खेलने कूदने के दिन चर्या में परिवर्तन और चिड़चिड़ापन रहता है



अक्सर आपने देखा होगा कभी कबार बच्चे स्कूल जाते हैं और अपना टिप्पन भी अच्छी तरह नहीं खा पाते और  कभी कबार बच्चों में अक्षर देखा गया है कि वह क्लास  रूम  मैं ही सो जाते हैं तो दोस्तों आप अपने बच्चों को भी समय दिया करो यदि आप समय पर इस समस्या का समाधान नहीं करोगे तो आपके बच्चों पर इसका बहुत अधिक प्रभाव पड़ेगा

दोस्तों वर्तमान में इन कारणों  से बच्चों में यह समस्या बढ़ रही है

स्कूल का समय और पढ़ाई का बोझ भी बच्चों की नींद को प्रभावित कर रहा है जो लोग अभी भी वर्क फोरम होम कर रहे हैं उनके ऑफिस संबंधित काम ऑफिस से जुड़े फोन कॉल्स देर सवेरे काम करने की आदत आदि के चलते घर में बच्चे सहित दूसरे सदस्यों की भी नींद और दिनचरिया  में प्रभावित पढ़ रह है

बच्चों की याददाश्त शक्ति में कैसे असर पड़ता है?

जब बच्चे समय पर अपनी नींद पूरी नहीं कर पते तो उनमे अन्येक प्रकार की समस्या उत्पन होती है उनको जब स्कूल भेजते है उस  समय स्कूल जाना नहीं चाहते यदि वह स्कूल जाते भी है तो पढ़ाई पर ध्यान नहीं दे पाते आहार सही से ग्रहण नहीं कर पाते छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा करते हैं इससे बच्चों में एकेडमी परफॉर्मेंस घट जाता है अगर एक शब्द में कहा जाए तो उनकी शारीरिक मानसिक और सामाजिक स्तर भी घट जाता है

बच्चों में कम नींद के कारण क्या?

★दिन में मोबाइल फोन व टीवी अधिक देखना 

यह भी एक कारण है बच्चों को रात में डरावने सपने आने के बाद भी वह अपनी नींद पूरी नहीं कर पाते

 परिवार में किसी भी प्रकार का झगड़ा या पारिवारिक समस्या से बच्चों की नींद प्रभावित होती है 

यदि बच्चे जिस कमरे में सोते हैं उसका वातावरण अधिक या तो गर्म या ठंडा हो इस दिक्कत के कारण भी बच्चे संपूर्ण नींद नहीं ले पाते

 मक्खी मच्छर काटने पर भी बच्चे कम नींद ले पाते हैं 

 सोने से पहले अत्यधिक  एनर्जी ड्रिंक का सेवन करते हैं उन बच्चों को भी इसका प्रभाव पड़ता है

यह बीमारी होती है बच्चो में घातक 

कम नींद के दुष्प्रभाव 

जिन बच्चों की नींद पूरी नहीं हो पाती उन में अलग-अलग प्रकार के लक्षण दिखाई देते हैं जैसे कि 

अधिकांश बच्चों में देखा गया है कि उनकी नींद पूरी न होने के कारण उनमें चुस्ती  होती है या वह चिड़चिड़ापन करते हैं समय पर खाना नहीं खाते एक तनाव का माहौल क्रिएट करते हैं किस प्रकार के लक्षण अधिकांश बच्चों में देखेंगे

यदि दोस्तों आप अपने बच्चों पर ध्यान नहीं दोगे तो उन पर शारीरिक रूप से तो प्रभाव पड़ेगा ही साथ ही साथ यह प्रभाव उसको स्कूल में भी उठाना पड़ेगा समय पर अपने बच्चों का स्वास्थ्य पर ध्यान दें

अब जानिए बच्चों की उम्र के अनुसार नींद होनी चाहिए यह इस प्रकार है

यदि कोई नवजात शिशु है 1 माह का तो लेनी चाहिए यदि नवजात की उम्र डेढ़ महीने से लेकर 1 साल तक की है तो उसे लेनी चाहिए यदि बच्चे की उम्र 1 साल से ढाई साल तक है तो उसे घंटे लेनी चाहिए यदि बच्चे की उम्र 22 साल से 5 साल तक है तो उसे घंटे लेनी चाहिए यदि बच्चे की उम्र 6 साल से 12 साल तक है तो उसे घंटे लेनी चाहिए यदि बच्चे की उम्र 13 साल से 18 साल तक की है तो घंटी लेनी चाहिए

यदि आप इस समस्या से छुटकारा पाना चाहते हो तो निम्न प्रकार के कार्य आप कर सकते हो यह इस प्रकार है सबसे पहले अपने बच्चों का सोने का उठने का समय निर्धारित करें यदि आपके बच्चे दिन में सोना चाहते हैं तो भी उनको सोने का माहौल दे बच्चों को इनडोर गेम से आउटडोर गेम की ओर ले जाए बच्चों को ताजा फल सब्जी व पौष्टिक आहार ही खिलाएं बच्चों को दिन में खूब पानी पिलाई लेकिन ध्यान रखिए शाम के समय पुणे अधिक पानी ना पिलाए अन्यथा शाम को बार-बार उनको पेशाब के लिए जाना पड़ेगा बच्चों को अपने घर के कामों में ज्यादा काम ना करने दें चोको रात में कहानियां सुनाएं जिससे उनको नींद अच्छी आएगी

यह कार्य करने से बच्चों पर क्या प्रभाव पड़ेंगे यह इस प्रकार है

बच्चे समय पर उठेंगे समय पर खाना खाएंगे और दिन भर ताज की सा महसूस करेंगे इससे उनको शारीरिक व मानसिक तनाव को दूर करने की क्षमता भी मिलेगी और वह खूब पढ़ेंगे और चिड़चिड़ापन भी नहीं करेंगे


No comments:

Post a Comment

please do not enter any spam link in the comment box

Food Safety Vibhag Vacancy 2024 :खाद्य सुरक्षा भर्ती के लिए आवेदन से शुरू

Food Safety Vibhag Vacancy 2024 दोस्तों पढने वालों की कभी हर नहीं होती आज आपके लिए एक और नई भर्ती का नोटिफिकेशन जारी हो गया है आपके लिए फ़ूड ...